देवरिया। जिले में जारी भीषण गर्मी का आम जनजीवन पर व्यापक असर पड़ रहा है। आने वाले दिनों में जिले के तापमान में और अधिक बढ़ोतरी का अनुमान है। अत्यधिक गर्मी के कारण हीट वेव से आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसे देखते हुए स्वास्स्थ्य विभाग ने तैयारी शुरु कर दिया है। इसके लिए जिला अस्पताल में एक वार्ड तो सभी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चार- चार बेड रिजर्व रखा गया है।
हीट वेव/लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। कोल्ड रूम बनाए गए हैं। साथ ही बचाव के लिए गाइडलाइन जारी की है। जिससे लू से बचाव किया जा सके। पिछले कुछ दिन से गर्म हवाएं चल रही हैं। इससे शरीर पर सीधा असर रहेगा। जिससे गंभीर बीमार होने का खतरा बना हुआ है। मंगलवार को दिन में अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया। इस बढ़ते तापमान में गर्म हवाएं दिनभर लोगों को परेशान करती रहीं। पिछले दो दिन से जिले में यही स्थिति है। इसको लेकर ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। जिला असपताल में दस बेड की व्यवस्था का कोल्ड रूम बनाया गया है। सीएचसी में चार से छह बेड और पीएचसी में चार बेड की व्यवस्था का कोल्ड रूम बनाया गया है। मरीज के लिए दवाएं व अन्य संसाधनों का इंतजाम किया गया है। जहां पर बीमारी से जुड़े हुए सभी प्रकार की दवाओं को उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही जिला मुख्यालय पर रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। जहां चिकितसकों और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहेंगे। आपात स्थिति में वह मौके पर पहुंच कर इलाज कर सकेंगे। इसके साथ ही हीट वेब के बारे में लोगों को जागरुक करने का निर्देश दिया गया है। भीषण गर्मी व लू के मद्देनजर सभी एंबुलेंस में एयर कंडीशन की क्रियाशीलता आक्सीजन व आवश्यक उपकरणों के उपलब्धता की समीक्षा कर सभी को तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। अस्पतालों में समुचित प्रकाश, पंखा कूलर, शुद्ध पेयजल व अन्य सुविधा सुनिश्चित कराने की पहल की जा रही है।
हीट वेब में यह बरतें सावधानी
अधिक से अधिक पानी पीयें।
हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले वस्त्र पहनें।
धूप के चश्में, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करें।
अगर आप खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढके रहें।
यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ ले जाएं।
ओआरएस का घोल, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नीबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें
जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें तथा उन्हें पर्याप्त पानी पीने को दें।
अपने घरों को ठंडा रखें, परदे दरवाजे आदि का उपयोग करें।
पंखे, गीले कपड़ों का उपयोग करें तथा बारम्बार स्नान करें।