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डिजिटली सशक्त मतदाता की पहचान है सी-विजिल एप:जिला निर्वाचन अधिकारी

देवरिया।
जिला निर्वाचन अधिकारी, जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने गुरुवार को लोकसभा सामान्य निर्वाचन -2024 के चलते  कलेक्ट्रेट में स्थापित कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने  सी-विजिल एप पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की कार्यप्रणाली एवं गुणवत्ता को परखा। सी-विजिल एप पर आदर्श आचार संहिता से जुड़ी 10 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिनका समयबद्ध निस्तारण करा दिया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सी-विजिल एप नागरिकों को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़े प्रकरणों की शिकायत करने के लिए सशक्त करता है। इसमें शिकायतकर्ता की गोपनीयता बनाये रखने का प्रावधान है। कोई भी नागरिक सी-विजिल एप को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड कर सकता है। यदि किसी नागरिक को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होता दिखे तो एप में मौजूद कैमरे से तस्वीर खींचनी होगी। जीपीएस कैमरे से लैस सी-विजिल एप से मौके की रियल टाइम तस्वीर, वीडियो एवं ऑडियो रिकॉर्डिंग के जरिये शिकायत दर्ज करा सकते हैं। प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के लिए चुनाव आयोग ने सौ मिनट की समयावधि निर्धारित की है। उन्होंने बताया कि जनपद में बरहज, देवरिया सदर, पथरदेवा, रुद्रपुर एवं रामपुर कारखाना से पोस्टर-बैनर से जुड़ी शिकायते प्राप्त हुई हैं, जिनका निस्तारण करा दिया गया। अभी तक प्राप्त सभी शिकायतों के निस्तारण की औसत समयावधि 62 मिनट है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जनपदवासियों से सी-विजिल एप के अधिक से अधिक उपयोग का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सी-विजिल एप डिजिटली सशक्त व जागरूक मतदाता की पहचान है। कंट्रोल रूम प्रभारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्णकांत राय से अब तक प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की एवं अभिलेखों का अवलोकन किया। इस दौरान सीडीपीओ दयाराम सहित विभिन्न अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद थे।

सी-विजिल एप ऐसे करता है काम

जिला निर्वाचन अधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, भयमुक्त व सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए जनपद की सीमान्तर्गत स्थित सातों विधानसभा क्षेत्रों के लिए तीन-तीन उड़न दस्ता टीमों का गठन किया गया है जो शिफ्टवार भ्रमणशील रहते हैं। इनके वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगा है, जो सी-विजिल एप से जुड़ा रहता है। सी-विजिल एप पर जिओ लोकेशन युक्त तस्वीर या वीडियो प्राप्त होती है। प्राप्त लोकेशन के निकटवर्ती उड़न दस्ता टीम को कंट्रोल रूम से मैसेज किया जाता है और उड़न दस्ता टीम मौके पर जाकर शिकायत का निस्तारण करती है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सी-विजिल एप सिर्फ रियल टाइम फ़ोटो और वीडियो भेजने की सुविधा से युक्त है। इससे पुराने फ़ोटो वीडियो इत्यादि नहीं भेजे जा सकते।

हर मतदान केंद्र पर तैनात होंगे दो-दो वालेंटियर, व्हाट्सएप के माध्यम से होगी निगरानी

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो-दो जागरूक नागरिकों को बतौर वालेंटियर तैनात किया जाएगा। इन सभी का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर इन्हें इलेक्शन कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा और इनके द्वारा प्रदत्त सूचनाओं पर कार्रवाई भी होगी।

टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1950 पर भी कर सकते हैं शिकायत
उप जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने हेल्पलाइन नंबर 1950 जारी किया है। इस टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर पर मतदाता विभिन्न प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही शिकायतें भी दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि नागरिक जनपद स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के नंबर-05568-222261, 297052 व 225351 पर भी संपर्क कर निर्वाचन एवं आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी गतिविधियों की शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

लोक सभा निर्वाचन के दृष्टिगत आयकर विभाग द्वारा स्थापित किया गया टोल फ्री नंबर
उप जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव श्रीवास्तव ने निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देश के क्रम में बताया कि आयकर विभाग द्वारा एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका टोल फ्री नंबर 1800 – 180 – 7540 तथा व्हाट्सएप नंबर 6388736373 है। उक्त नंबरों पर निर्वाचन को प्रभावित करने के उद्देश्य के लिए प्रयुक्त नकदी एवं काले धन संबंधी शिकायत की जा सकती है

Ibn Bharat
Author: Ibn Bharat

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